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सोमवार, 4 जनवरी 2021

इतिहास के पन्नों में 4 जनवरी का महत्व


1.   4 जनवरी - 1972 - नई दिल्ली में 'इंस्टिट्यूट ऑफ क्रिमिनालॉजी एंड फारेंसिक साइंस' का उद्घाटन आज के दिन हुआ


2.   4 जनवरी 1809 को हुआ था ब्रेल लिपि के अविष्कारक लुई ब्रेल का जन्म~ 4 जनवरी 1809 में नेत्रहीनों के लिए ब्रेल लिपि का आविष्कार करने वाले लुई ब्रेल का जन्म फ्रांस के कुप्रे में हुआ था. 3 साल की उम्र में आंख में चोट लगी और 8 साल की उम्र में दोनों आंखों से दिखना बंद हो गया. 10 साल की उम्र में नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर ब्लाइंड चिल्ड्रन इन पेरिस में दाखिला लिया. 15 साल की उम्र में नेत्रहीनों के लिए छू कर लिखने और पढ़ने की प्रणाली विकसित की. इसमें बिंदुओं को जोड़कर शब्द और अक्षर बनाए जाते हैं, इसे ही बाद में ब्रेल लिपि का नाम से जाना गया. ब्रेल लिपि में पहली किताब 1829 में प्रकाशित हुई. 6 जनवरी 1852 को टीबी के चलते लुई ब्रेल का निधन हो गया.


3.   4 जनवरी 1906 में कलकत्ता में जॉर्ज पंचम ने विक्टोरिया मेमोरियल की आधारशिला रखी थी. इसे जनता के लिए 1921 में खोला गया. निर्माण में 1.05 करोड रुपए की लागत आई थी. इसमें कई गैलरी है जिसमें शस्त्रागार, मूल्यवान पुस्तकों और अन्य दुर्लभ वस्तुएं रखी गई है.


4.   4 जनवरी 1966 में ही हुई थी भारत-पाकिस्तान के बीच शांति समझौते के लिए बैठक~ 4 जनवरी 1966 को तत्कालीन सोवियत संघ के ताशकंद में भारत पाकिस्तान के मध्य शांति समझौते को लेकर बैठक शुरू हुई थी 1965 के युद्ध में पाकिस्तान की हार हुई थी. तनाव घटाने के लिए दोनों देशों ने 10 जनवरी 1966 को समझौते पर हस्ताक्षर किए थे.

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